बिटकॉइन (क्रिप्टोकरेंसी) क्या है? और यह कैसे काम करती है

दोस्तों आज कल आप लोगों ने बिटकॉइन के बारे में ज़रूर सुना होगा ये काफी दिनों से सुर्ख़ियों में रह रहा है तो आइये जानते है के बिटकोईन है क्या, कैसे काम करता है और इंडिया में बिटकॉइन कैसे ख़रीदे और बेचे!

अगर आपके मन में बोटकोईन को लेकर कोई भी सवाल है तो हम आज इस लेख द्वारा आपके सभी सवालों के जवाब देने कोशिश करेंगे।

बिटकॉइन (Bitcoin) को क्रिप्टोकोर्रेंसी (Cryptocurrency ) भी कहा जाता है यह दर असल एक वर्चुअल यानी डिजिटल करेंसी है| बिटकॉइन एक ऐसी करेंसी है जिसको कोई भी ना तो देख सकता हैं और न ही छू सकता हैं।

यह केवल electronically स्टोर और उपयोग होती है। अगर आपके के पास बिटकॉइन है तो आप इसे दूसरी करेंसी की तरह ही इस्तेमाल कर सकते है आप इस से ऑनलाइन कुछ भी खरीद और बेच सकते है।

2021 मैं बिटकॉइन बोहत ज़्यादह लोकप्रिय होता जा रहा है इसके शेयर बोहत ही तेज़ी से बढ़ रहे जब से Elon Musk ने अपने tweet में कहा के “You can now buy a Tesla with Bitcoin” यानि के आप बिटकोईन से टेस्ला जो के एक इलेक्ट्रॉनिक कार है वो खरीद सकते है ।

बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया – Who Invented Bitcoin?

इसका आविष्कार सातोशी नकामोतो (Satoshi Nakamoto ) नामक ek japanese ने  2008 में किया था और 2009 में Open source software के रूप में इसे तैयार किया गया। आज लोग इसे कम कीमत पर खरीद कर ज़्यादह कीमत पर बेच कर business कर रहे हैं।

भारतीय रिजर्व बैंक of India (RBI) द्वारा 24th Dec 2013 को बिटकॉइन जैसी वर्चुअल currency के सम्बन्ध में एक प्रेस release जारी की गयी थी।

जिसमें साफ़ लिखा था की इसके के लेन-देन को RBI में किसी भी प्रकार की अधिकारिक अनुमति नहीं दी गयी है इतना ही नहीं बल्कि RBI ने इस लेन-देन करने को जोखिम बताया।

हाल ही में भारत में बिटकॉइन पर Reserve bank  द्वारा लगाई गई रोक को भारत की सुप्रीम कोर्ट ने हटड़ी है अब हर कोई इंडिया में बिटकॉइन खरीद और बेच सकता है।

क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है जिसके ऊपर central bank और financial institution का कोई नियंतरण या कण्ट्रोल नहीं है।

जैसे कि US Dollar को Central Bank of the United States कंट्रोल करता है और Indian Rupee को करती है Reserve Bank of India ऐसे ही बिटकोईन या क्रिप्टोकरेंसी का कोई फाइनेंसियल इंस्टीटूट नहीं है जो इसे कंट्रोल करता है।

दोस्तों क्रिप्टोकरेंसी का concept समझने के लिए हमें पहले अपना आर्थिक इतिहास यानी इकनोमिक हिस्ट्री के कुछ ज़रूरी चीज़ों को समझना पड़ेगा तभी आप इसे सही तरह से जान पाएंगे के what is bitcoin and how does it work?

हमारा जो फाइनेंसियल सिस्टम है वो भरोसे पे आधारित है करोडो नोट्स और कोइन्स की हमारे समाज में इसलिए वैल्यू है क्यों भारतीय सर्कार और सभी सेंट्रल बैंक्स इसकी पूरी गारंटी देती है।

आप अपने जेब से 100 रूपये का नोट निकाल कर देखले उसपे लिखा होगा “मै धारक को 100 रूपये अदा करने का वचन देता हूँ” और वचन दे रहे है रिज़र्व बैंक के गवर्नर आप उनका दश्तखत देख सकते है नोट के ऊपर।

इस वचन के बिना इस नोट की कोई भी वैल्यू नहीं है ये एक मामूली सा कागज़ का टुकड़ा बन जाएगा अगर से इस पर RBI गवर्नर की दस्तखत न हो।

जो लोग बिटकोईन और क्रीपोकररेन्सी खरीद, बेच, और पसंद कर रहे है वो लोग नहीं चाहते है के सरकार और बैंक्स के पास इतना ज़्यादह नियंत्रण हो हमारे पैसो का।

बिटकॉइन एक software technology पे आधारित है और दूसरा कोई भी इसमें शामिल नहीं होगा जो इसको कण्ट्रोल कार सके अब समझ आया दोस्तों के bitcoins का सही मतलब अब आइए जानते है ये काम कैसे करता है।

बिटकॉइन क्या है

क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है?

तो आइये दोस्तों अब जानते है के बिटकोईन कैसे काम करता है और आप इसे कैसे खरीद और बेच सकते है।

सारे बिटकोईन ट्रांसक्शन्स का एक डिजिटल पब्लिक खाता और पब्लिक अकाउंट होता है जिसे ‘Ledger’ कहते है।

इस खाते की हर एक कॉपी उन सबके पास होती है जो लोग इस बिटकोईन नेटवर्क का हिस्सा है और जो लोग ये सिस्टम चला रहे है उन्हें “Miners” कहा जाता है और उनका काम होता है की हर एक ट्रांसक्शन की पूरी जानकारी हासिल करना और जांचना।

मानलो के आपके पास 10 बिटकॉइन है और आप उसे किसी और बिटकोईन यूजर अकाउंट को ट्रांसफर करना चाहते है तो मिनर्स का काम होता है ये पता लगाने के आपके अकाउंट में 10 बिटकॉइन है या नहीं।

हर एक बिटकोईन ट्रांसक्शन का एक अलग वेरिएबल होता है और मिनर्स का काम इसे कैलकुलेट करना होता है जैसे ही नेटवर्क के कंप्यूटर उसे कॉन्फ्रीरम करते है और ट्रांसक्शन को chain में ऐड करते है ट्रांसक्शन एक block बन जाता है इसी लिए इस टेक्नोलॉजी को नाम दिया गया है Block Chain.

क्रिप्टो और बिटकॉइन का उपयोग कैसे करें?

आप बात करते है इसे कैसे उपयोग करते है ये समझना हमारे लिए अधिक ज़रूरी है।

क्यों के कुछ लोग क्रिप्टोकोर्रेंसी इन्वेस्टमेंट के रूप उपयोग करते है और कुछ लोग इसे वैकल्पिक करेंसी के रूप उपयोग करते है।

ज़्यादह तर लोग चाहते है सब लोग नार्मल करेंसी जैसे कि डॉलर या रुपया के बदले बिटकॉइन का उपयोग करे।

मगर सच कहे तो ज़्यादह तर लोग इसे इन्वेस्टमेंट के रूप में खरीद रहे है इसलिये के शायद कुछ सालो बाद इसे ज़्यादह खीमात में बेच सके।

जैसे की आप जानते होंगे कई सारे लोग अपने पैसो से सोना खरीदते है और उसे घर में या बैंक के locker में रखदेते है इस उम्मीद पर की कुछ सालों बाद इसकी कीमत बढ़ेगी।

क्यों के हर साल सोने का भाव बढ़ता ही रहता है कभी कम नहीं होता बिटकोईन के साथ भी लोग वही कर रहे है इसलिए बिटकॉइन को Digital Gold भी कहा जाता है।

लेकिन किसी भी अन्य निवेश की तरह, यह भी जोखिम को बढ़ाता है। और जो लोग निवेश के रूप में इसकी आलोचना करते हैं, वे कहते हैं कि बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है।

इसका अपना कोई अंतर्निहित मूल्य नहीं है जैसे आप एक निवेश के रूप में एक घर या सोना खरीदते हैं तो आप उसे छू सकते हैं, बिटकॉइन के साथ आप ऐसे नहीं कर सकते है यह सब कुछ एक कंप्यूटर के ऊपर हो रहा है।

अभी भी इसे niche product कह सकते है जिसकी समाज में व्यापक स्वीकृति नहीं है लेकिन यह चीज़ आने वाले समय में बदल सकती है क्योंकि पश्चिमी देशों में कई restaurants और hotels हैं जहाँ पर आप बिटकॉइन से pay कर सकते है वहां पर लोगों ने इसे वैकल्पिक रूप में स्वीकार करना शुरू कर दिया है।

बिटकॉइन के फायदे और नुकसान:

यहां एक तकनीकी चुनौती है जो बिटकॉइन को लेनदेन के माध्यम के रूप में उपयोग करना मुश्किल बनाता है जैसे के बिटकॉइन की लेनदेन की पुष्टि होने में समय लगता है।

इसमें लगभग 10 मिनट लग सकते हैं इसलिए, आप समझ सकते हैं कि एक transaction पूरा होने के लिए 10 मिनट तक इंतजार करना संभव नहीं है लेकिन कुछ जगहों पर बिटकोईन बोहत ही बेहतर तारीख़े से काम कर रहा है।

इसका सबसे अच्छा उदाहरण Foreign Funds transfer है जब आपको एक देश से दूसरे देश में पैसा ट्रांसफर करना होता है, तो बैंक विदेशी ट्रांसफर फीस के नाम पर बोहत ज़्यादह पैसे चार्ज करते है और पैसे ट्रांसफर करने में बहुत समय लेते हैं एक देश से दूसरे देश में।

इस मामले में बिटकॉइन अधिक किफायती हैं। Bitcoins कोई fees नहीं लेता है और दस मिनट 1 से 2 दिनों की तुलना में बहुत कम समय है।

यही कारण है कि बैंक (banks), क्रेडिट कार्ड कंपनियां (credit card companies) और remmitance companies क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ थे और आज भी हैं क्योंकि क्रिप्टोक्यूरेंसी उनके बिजनेस मॉडल को भारी टक्कर दे सकता है।

मिसाल के तौर पर पिछले कुछ महीनों में, विशेष रूप से COVID-19 महामारी के कारण, स्थितियों बदल गयी है। जहाँ काफी इंडस्ट्रीज और म्यूच्यूअल फण्ड संघर्ष कर रहे हैं वहीँ पर Bitcoin और Ethirium जैसी क्रिप्टोकरेंसी का भाव बढ़ता गया, पिछले कुछ महीनो में बिटकॉइन का मूल्य 120% से अधिक बढ़ गया है।

दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल payments कंपनी PayPal ने पिछले साल नवंबर में क्रिप्टो ट्रांसक्शन का फीचर ऐड करदिया और JP Morgan बैंक जो की बिटकॉइन के खिलाफ था क्रिप्टो लेनदेन की सुविधा शुरू की है।

आप देख सकते हैं कि क्रिप्टोक्यूरेंसी के लिए पहले बंद किए गए दरवाजे अब कैसे खुल रहे हैं। Agar भारत की बात करे, इस वर्ष भारत में भी काफी बदलाव देखा गया है।

4th मार्च 2020 को Indian Crypto Industry के लिए एक ऐतिहासिक दिन था कोर्ट ने साफ़ कह दिया की क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग, इन्वेस्टमेंट और एक्सचैंजेस पर कोई कानूनी रोक नहीं है यह कारोबार कानूनी है और RBI को अपने बैंकिंग प्रतिबंध को रद्द करना होगा।

उन सब के लिए बड़ी अच्छी खबर है जो क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते है वो अब खुले आप इन्वेस्ट कर सकते है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इतने सारे एक्सचैंजेस आगये है जिसकी के कारण इन्वेस्ट करना बोहत ही आसान हो गया।

Google के play store आपको काफी सारे ऍप्स मिलजाएँगे जहाँ आप सुरक्षित तौर से ट्रेड कर सकते है नहीं केवल बिटकोईन बल्कि, एथेरेयम, रिप्पल, जैसे अन्य करेंसी में भी।

बिटकॉइन / क्रिप्टोक्यूरेंसी विकल्प:

2008 में क्रिप्टोक्यूरेंसी का जन्म हुआ और सबसे पहले इंटरनेट पे आया बिटकॉइन उसके बाद Ethereum, Litecoin, Ripple जैसे कई सारे करेंसी आये।

आज 2021 में खरीब 4,000 से ज़्यादह क्रिप्टोक्यूरेंसी मौजूद है इंटरनेट पर हालांकि इनमें से ज़्यादह तर की व्यापारिक मात्रा नहीं है।

बिटकॉइन के बारे में अज्ञात तथ्य:

• आपको जानकार हैरानी होगी कि आज से खरीब दस साल पहले बिटकोईन वैल्यू जीरो यानि के शुन्य थी और आज इसकी वैल्यू बढ़कर 15 लाख के खरीब जा चुकी है।

• आज दुनिया भर में क्रीपोकररेन्सी की लाखों और करोड़ो की ट्रेडिंग हो रही है इसकी क्रिप्टो एक्सचेंज पर जैसे शेयर की ट्रेडिंग होती है नार्मल स्टॉक मार्किट में।

• इस डिजिटल currency ने 9 फरवरी 2011 को पहली बार एक डॉलर ($1) का स्तर हासिल किया।

• एक वर्चुअल करेंसी कंपनी Unocoin ने Bangalore के केम्फोर्ट मॉल में भारत का पहला बिटकॉइन ATM स्थापित किया।

• Cryptocurrency एक सीमित संसाधन है, जैसे सोना या तेल।

• बिटकॉइन की एक निश्चित राशि है। वह संख्या 21 मिलियन (2.1 crore) है।

• ये 21 मिलियन खरीदने के बाद कोई और नहीं बनाया जा सकता है।

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