लाइफस्टाइल
चेतन भगत की 5 सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबें, आपको एक बार जरूर पढ़नी चाहिए
चेतन भगत एक भारतीय लेखक, और सार्वजनिक वक्ता हैं, जो अपने समकालीन काल्पनिक उपन्यासों के लिए जाने जाते हैं, जो अक्सर भारतीय युवाओं, रिश्तों और सामाजिक मुद्दों से संबंधित विषयों पर नोवेल्स लिखते है।
चेतन भगत की लेखन शैली अपनी सादगी और प्रासंगिकता के लिए जानी जाती है, जो व्यापक दर्शकों, खासकर भारत के युवा पाठकों के बीच लोकप्रिय रही है। चलिए जानते उनके सबसे ज़्यादह बिकने वाली 5 नोवेल्स के बारे में|
1. फाइव प्वाइंट समवन (Five Point Someone):
फाइव पॉइंट समवन 2004 में चेतन भगत द्वारा लिखी गयी पुस्तक है। इस पुस्तक की दुनिया भर में दस लाख से अधिक प्रतियां बिक चुकी हैं। 3 इडियट्स और नानबन फ़िल्में इसी किताब पर आधारित हैं। Five Point Someone आईआईटी में तीन दोस्तों की कहानी है
2. द 3 मिस्टेक्स ऑफ़ मई लाइफ (The 3 Mistakes of My Life):
द 3 मिस्टेक्स ऑफ माई लाइफ चेतन भगत द्वारा लिखा गया तीसरा नॉवेल है। यह चेतन भगत का तीसरा सबसे ज्यादा बिकने वाला नॉवेल है। यह नॉवेल लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उनके व्यक्तिगत संघर्ष, प्यार के प्रति उनके मजबूत लगाव को शामिल करती है जो उन्हें सभी बाधाओं से जीतता है।
3. था गर्ल इन रूम 105 (The Girl in Room 105):
गर्ल इन रूम 105 बुक केवल पूर्व-व्यवस्थित बिक्री के आधार पर बेस्टसेलर बन गई। यह एक आईआईटी कोचिंग क्लास ट्यूटर के बारे में बताता है जो अपनी पूर्व प्रेमिका को उसके जन्मदिन पर बधाई देने जाता है और उसकी हत्या हो जाती है। यह कहना ग़लत नहीं होगा कि ये नावेल वास्तव में एक अच्छा मनोरंजन है। यदि आपने पहले चेतन भगत की पुस्तकों का आनंद लिया है तो।
4. वन अरेंज्ड मर्डर (One Arranged Murder):
वन अरेंज्ड मर्डर भारतीय लेखक चेतन भगत द्वारा लिखा गया नौवां उपन्यास है। यह उपन्यास भगत के 2018 के उपन्यास द गर्ल इन रूम 105 की अगली कड़ी है। यह उपन्यास एक मनोरंजक मर्डर मिस्ट्री है जो अरेंज मैरिज की पृष्ठभूमि पर आधारित है।
5. 400 डेज़ (400 Days):
400 डेज़ चेतन भगत द्वारा लिखा गया दसवां उपन्यास है। द गर्ल इन रूम 105 (2018) और वन अरेंज्ड मर्डर (2020) के बाद यह लेखक की लोकप्रिय केशव-सौरभ रहस्य श्रृंखला की तीसरी किस्त है जिसमे केशव और सौरभ 12 वर्षीय सिया अरोड़ा के लापता होने की गुत्थी सुलझाने की कोशिश करते हैं, जो 9 महीने पहले लापता हो गई थी।
लाइफस्टाइल
हॉस्टल में हेल्दी लाइफ जीने के बेहतरीन टिप्स – Hostel Life
तो दोस्तों, तुमने अपने कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स के लिए जो मेहनत की थी, वो रंग लाई है और एक अच्छे कॉलेज में आ गए हो। अब हॉस्टल की जिंदगी शुरू हो गई है। हॉस्टल का गुज़ारा थोड़ा मुश्किल होता है, घर के आराम और सुरक्षा से निकल के एक नई जगह, जहाँ सब कुछ खुद करना पड़ता है।
हॉस्टल में रहना तुम्हें आत्मनिर्भर बनाता है, फैसले लेने में मदद करता है, मुश्किल हालातों का सामना करना सिखाता है। लेकिन, यहाँ की सबसे बड़ी चुनौती है हॉस्टल का खाना। अध्ययनों के अनुसार लड़के और लड़कियाँ हॉस्टल्स में फल, सब्जियाँ, या ज़रूरी पोषण नहीं खाते, क्योंकि मेस में इन्हे ये सब नहीं मिलता।
इसलिए, अपने डेली रूटीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है ताकि तुम हेल्दी रह सको और deficiency, मोटापा, और कम पोषण से बच सको। पढाई करते समय नट्स और रोस्टेड ग्राम्स का सेवन करो। दूसरे स्वस्थ स्नैक्स जैसे सेब, माउस, पीनट बटर भी खा सकते हो।
कोई भी भोजन मत छोड़ो:
जरूरी नहीं के हॉस्टल का खाना हमेशा स्वादिष्ट या पौष्टिक हो, लेकिन तुम्हें अपने डेली न्यूट्रिशन की जरूरत होती है। दाल, चपाती, चावल, और सब्जियाँ खाओ। सांभर और दाल चुन सकते हो, अगर कुछ सब्जियाँ पसंद नहीं तो उन्हें छोड़ सकते हो, लेकिन जो उपलब्ध है उसे जरूर खाए।
अपने दोस्तों के साथ खाया करो:
हॉस्टल का खाना अपने रूम में ले जाकर मत खाओ। मेस में दोस्तों के साथ खाया करो अपने दोस्तों के साथ मिलके खाने से खाना ज्यादा स्वादिष्ट लगता है और ठंडा भी नहीं होता। दोस्तोंग के साथ बातें करके खाना खाने से आपकी ना पसंदीदा चीज़ पसंदीदा लगने लगती है।
स्वस्थ स्नैक्स हमेशा अपने पास रखो:
भोजन के बीच और देर रात पढ़ाई के दौरान स्वस्थ स्नैक्स खाया करो। कुछ मौसमी फल और सब्ज़िया ले लो जो ऐसे ही खा सकते हो और जिन्हें फ्रिज में रखने की जरूरत ना हो। जैसे एप्पल्स, संतरा, माउस, खीरा, जाम और अंगूर जो आप ऐसे ही खा सकते हो। ककड़ी, गाजर, टमाटर, पपीता, और आम को कट करके खा सकते हो, ये भी बोहत बढ़िया स्नैक्स हैं।
कैल्शियम और प्रोटीन लो:
कोई सुपर मार्किट से टेट्रा पैक्स ऑफ मिल्क, दही, बटरमिल्क या सोयामिल्क ले लो। ये एक बार में पीने पैक्स में मिलते हैं, इसलिए जल्दी पीलिया करो। रोज काम से काम 500ml दूध या उसके प्रोडक्ट्स लो।
स्वस्त और पौष्टिक खाना बनाना सीखो:
छुट्टी के दिन बाहर जाकर खाना मत खाओ, अपने दोस्तों के साथ कुछ अच्छी और स्वादिष्ट चीज़ बनाओ। बहार का खाना काम खाया करो वो ज़्यादह तर अस्वास्थ्यकर भोजन होता है। महीने में एक या दो बार खा सकते हो कभी कभी बहार खाने में कोई दिकत नहीं।
तो दोस्तों, हॉस्टल में भी स्वस्त रह सकते हो अगर थोड़ी कोशिश करे तो। अगर आपको ये लेख पसंद आया है तो अपने हॉस्टल के दोस्तों के साथ शेयर करो और अपने एक्सपीरियंस और टिप्स हमारे साथ शेयर करो! धन्यवाद्!
लाइफस्टाइल
यौन शिक्षा (Sex Education): बच्चों के लिए जानना क्यों है ज़रूरी?
दोस्तों, हमारे देश में आज भी सेक्स एक ऐसा विषय है जो कोई भी बात करना नहीं चाहता। कोई भी इसके बारे में खुलकर बात नहीं करता, खासकर बच्चों से। अगर हम अपने बच्चों से सेक्स के बारे में बात नहीं करेंगे, तो उनके दिमाग में sex को लेकर गलत खयालात बन सकते है, जो फिल्मों में, इंटरनेट या पोर्नोग्राफी से मिलते हैं।
याद है न, 9वीं क्लास की बायोलॉजी में रिप्रोडक्शन और रिप्रोडक्टिव हेल्थ के चैप्टर के दौरान कितना awkward silence होता था क्लास में? लड़कियाँ शर्म के मारे मुंह फेर लेती थीं और लड़के बस तस्वीर देख कर हंसने लगते थे। सेक्स हमारे शरीर का हिस्सा है, तो इस पर बात करना इतना आपत्तिजनक क्यों है?
समाज में लोगों को कामुकता और उससे जुड़ी समस्याओं के बारे में शिक्षित करना हमेशा वर्जित माना जाता रहा है। भारत के कई राज्यों में यौन शिक्षा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यौन शिक्षा बच्चों के लिए खासकर के टीनएजर्स के लिए बोहत ज़रूरी है? जानिए कैसे सही जानकारी और खुला संवाद बच्चों को सुरक्षित और जिम्मेदार बना सकते हैं।
सेक्स एजुकेशन (Sex Education) क्यों ज़रूरी है?
लोग ये भूल जाते हैं कि इलाज से बेहतर रोकथाम है। Surveys के अंजाम देखकर चिंता होती है: चाइल्ड मैरिजेस, टीनएज प्रेगनेंसीज़, और HIV/STD के केस बढ़ रहे हैं। Sexual violence के केस भी दिन-ब-दिन बढ़ रहे हैं। ये सब देखकर समझ आता है कि सेक्स एजुकेशन कितना ज़रूरी है।
भारत में 15 से 24 साल के उम्र ग्रुप में नई HIV infections काफी हैं। चाइल्ड मैरिजेस की वजह से 47% लड़कियों को 18 साल से पहले ही सेक्सुअली एक्टिव होना पड़ता है। हर साल 200,000 से ज्यादा युवा महिलाएं और बच्चे सेक्स ट्रैफिकिंग के शिकार बनते हैं। ये चिंताजनक तथ्य हमें हमारे पाखंडी रवैया को छोड़कर यौन जागरूकता पैदा करने का महत्व समझाते हैं।
कुछ स्कूल्स सेक्स एजुकेशन वर्कशॉप्स आयोजित करते हैं, ताकि जागरूकता बढ़ सके। सेक्स एजुकेशन का मुख्य लक्ष्य ये है कि बच्चों को सेक्स के बारे में सही जानकारी दी जाए, ताकि उनकी सोच और समझ सकारात्मक हो सकें। यह एजुकेशन सेक्स के उपाय नहीं सिखाती, बल्कि उचित आयु और सांस्कृतिक रूप से संवेदनशील जीवन कौशल सिखाती है, जो उन्हें sexual risks से बचा सकती हैं।
सेक्स एजुकेशन को कैसे सिखाये?
भारत जैसे देश में, हम पश्चिमी (western) सेक्स एजुकेशन पैकेजेस को सीधे लागू नहीं कर सकते। हमारी संस्कृति को देखते हुए, सेक्स एजुकेशन को विभिन्न क्षेत्रों के लिए ज़रूरत के मुताबिक होना चाहिए। बड़े शहरों के बच्चों और गाँवों के बच्चों के लिए अलग रणनीतियाँ होनी चाहिए, ताकि वे ज़िम्मेदार बन सकें और जोखिमपूर्ण यौन व्यवहार से बच सकें।
अगर हमारे’ राजनीतिक नेता सेक्स एजुकेशन के परिपालन पर बेहेस करने की बजाय, परिपालन पर ध्यान दे, तो यह एक सफल कदम होगा। सरकार कुछ अनौपचारिक नीतिगत निर्णय ले सकती है और स्कूल्स में implementation शुरू कर सकती है। यौन शिक्षा प्रोग्राम सही तरह से सीखना भी महत्वपूर्ण है। लाइफ स्किल्स एक्सपर्ट्स और एजुकेशनलिस्ट्स, जो सांस्कृतिक विविधता को समझते हैं, उनकी मदद से एक अच्छी रणनीति तैयार की जा सकती है।
स्कूल में यौन शिक्षा की लागू करे?
सेक्स एजुकेशन में physiological, psychological, और social मुद्दों को कवर करना ज़रूरी है, खासकर जब यह academic syllabus का हिस्सा बन रहा हो। स्कूल्स में सेक्स एजुकेशन की सफलता टीचर्स पर निर्भर करती है। उन्हें स्टूडेंट्स के साथ अच्छा रिपोर्ट बनाना पड़ेगा और इस टॉपिक की शर्मिंदगी को संभालना पड़ेगा।
तो एक अच्छा सा यौन शिक्षा प्रोग्राम, जो विशेष रूप से भारतीय छात्रों के लिए हो, सेक्स या कंडोम्स के उपयोग को समर्थन नहीं करता। इसका मुख्य लक्ष्य जिम्मेदार वयस्क (adults) बनाना है। अगर बच्चों को सही जानकारी नहीं मिलेगी, तो वे नए दुनिया में दाखिल होने के बाद उनकी व्यवहार और भी मुश्किल हो सकता हैं।
स्कूलों में अच्छी यौन शिक्षा और माता-पिता और बच्चों के बीच सही संवाद से सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता हैं।
दोस्तों आपका इस के बारे में क्या सोचते है हमें कमेंट करके ज़रूर बताये।
लाइफस्टाइल
पुरुषों को अच्छा और अट्रैक्टिव दिखने के 11 आसान टिप्स
दोस्तों आज कल के टाइम अच्छा दिखना बोहत ज़रूरी और अच्छा दिखना मुश्किल नहीं है और आप अपने लुक और पर्सनालिटी को कुछ ही दिनों में बिना ज्यादा समय और पैसे खर्च किए सुधार सकते हैं। नीचे कुछ टिप्स दिए गए हैं जो आपको को आकर्षक और बेहतर दिखने में मदद करेंगे आइये देखते है।
1. रोज़ 8-10 घंटे की नींद: दोस्तों सबसे पहले ज़रूरी है के आप 8-10 घंटे की नींद लें यह आपके शरीर के लिए बोहत ज़रूरी है क्योंकि इससे आपकी सूरत फ्रेश और आप चुस्त दिखोगे और पूरी’नींद करने पर आपका शरीर और दिमाग अपने सर्वश्रेष्ठ पर होता है। नींद की कमी से आपका दिमाग धीमे चलने लगता है और आपका लुक भी खराब हो जाता है। तो रोज़ाना काम से काम 8 से 10 घंटे की नींद ज़रूर ले।
2. सीधे खड़े और बैठे रहे: दोस्तों हमेशा सीधे खड़े या बैठने की आदत डाले इससे आप ऑटोमेटिक पतले और कॉन्फिडेंट दिखेंगे अपने आप को भी और दूसरों को भी। सीधे खड़े होने से आपका पोस्चर भी सुधरता है और जिनको बैक पैन की शिकायत है उनको इस टिप से फ़ायदा होगा।
3. ज़्यादा पानी पिएं: हम सब को रोज़ाना कम से कम 8 गिलास या 3-4 लीटर पानी ज़रूर पीना चाहिए। इससे आपकी त्वचा हाइड्रेटेड और ग्लोइंग रहेगी, और आपका पाचन भी अच्छा होगा। यह टॉक्सिन्स निकालने में मदद करता है और समग्र स्वास्थ्य को सुधारता है।।
4. फल और सब्जियां खाएं: आपको रोज़ाना ताज़े फल और सब्ज़िया खाना चाहिए जिस से आपको संतुलित आहार जिसमें सही मात्रा में पोषक तत्व हों जो आपको जवान और स्वस्थ बनाए रखें। ताजे फल और सब्जियां आपकी त्वचा को प्राकृतिक चमक देते हैं।
5. खुशबू लगाए: हमेशा एक फ्रेगरेंस लगाएं। लोग उन लोगों की ओर आकर्षित होते हैं जो अच्छी खुशबू लगते हैं। इससे आपका आत्मविश्वास भी बढ़ता है और आप अपने आप में फ्रेश महसूस करेंगे।
6. अपनी त्वचा का ख्याल रखें: अपना चेहरा दिन में कम से कम दो बार धोएं और अपनी त्वचा का अच्छे से ख्याल रखें। हफ्ते में एक बार एक्सफोलिएटर का इस्तेमाल करें ताकि डेड स्किन निकल जाए। अच्छी क्वालिटी का सनस्क्रीन लगाएं ताकि सूरज के नुकसानदेह प्रभावों से त्वचा बची रहे।
7. व्यायाम करें: व्यायाम से आपका शरीर फिट रहेगा और आप अच्छे दिखेंगे। रिसर्च से पता चला है कि जो लोग नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, वे न केवल लंबा जीते हैं बल्कि खुश और अच्छे भी दिखते हैं।
8. चीजों का पॉजिटिव वे में देखें: गुस्से से जल्दी झुर्रियां आती हैं और आपका लुक भी कम आकर्षक लगता है। हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण रखें। आपका सोचने का तरीका आपके लुक पर भी प्रभाव डालता है।
9. स्मोकिंग छोड़ दें: अगर आप स्मोक करते है तो ये जान लीजिये के स्मोकिंग से कई फ्री रेडिकल्स रिलीज होते हैं जो आपके शरीर और त्वचा के लिए अच्छे नहीं होते। जितनी जल्दी हो सके स्मोकिंग छोड़ने की कोशिश करें।
10. खुद को व्यस्त रखें: नए चीजों में संलग्न रहें। किसी खेल में शामिल हों या कोई नई स्किल सीखें। आप सोशल वर्क भी कर सकते हैं दूसरों की मदद करने के लिए। अच्छी चीज़ करने या समुदाय की ज़रूरतों से जुड़ने का सुख अनोखा होता है अगर हो सके तो ये कार्य ज़रूर करे।
11. मुस्कुराएं: और आखिर में, अपने चेहरे पर हमेशा मुस्कान रखें। मुस्कुराने से आप जवान दिखते हैं। गुस्से से जल्दी झुर्रियां आती हैं और आपका लुक अनाकर्षक लगता है। खुशी अंदर से आती है, तो खुश रहिए, और अच्छे दिखते रहिए।
आज ही इन टिप्स को आजमाएं और खुद में बदलाव महसूस करें! Dhanyawaad
-
जीके4 years ago
आयुष्मान भारत योजना (MP-JAY) प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना
-
फॅमिली टाइम4 years ago
ताश का खेल 6 बेस्ट इंडियन Tash Patti Card Games List in Hindi
-
फॅमिली टाइम4 years ago
शतरंज के नियम (Chess Rules) शतरंज खेल के रूल्स और नियम in Hindi
-
जीके4 years ago
मप्र उच्च न्यायालय केस की स्थिति सूची ऑनलाइन कैसे चेक करें
-
जीके3 years ago
AM और PM का क्या मतलब और फुल फॉर्म है?
-
लाइफस्टाइल4 months ago
Flat Tummy: फ्लैट टमी पाने के लिए Dr. के सुझाये 10 आसान तरीके अपनाये
-
फैशन4 months ago
3 Best Monsoon Hairstyle: जल्दी बनने वाली और बारिश में भी टिकने वाली हेयरस्टाइल
-
जीके3 years ago
इलाहाबाद उच्च न्यायालय केस की स्थिति कैसे चेक करें?